जब कोई किसी से प्यार करता है
तो
लाभ हानि का खाता नहीं बनाता है
प्यार दिल से करता है
प्रियतम के लिए जीता है
प्रियतम के लिए मरता है
क्या है खोना, क्या है पाना
प्रियतम के लिए बस मर मिट जाना
दिल सभी का ल्लोत जाता है
पर खुद तो बस लुट जाता है
प्यार में
प्यार कि खातिर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें