कविता
मंगलवार, 24 मार्च 2015
बेचारा दिल
बेचारा दिल
किससे शिकवा करे
कब और कैसे शिकवा करे
दिल का दिल जो चाहे
वो हमेशा होता नहीं
और
जो हमेशा होता रहता है
वो
दिल का दिल चाहता नहीं
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