शनिवार, 12 नवंबर 2016

सब सहना है



इस दुनिया में रहना है
तो
सब कुछ सहना  है
आप जो भी कहेंगे
आप जो भी करेंगे
लोगों को कुछ न कुछ कहना है
इस दिया में रहना है
तो
सब कुछ सहना है

4 टिप्‍पणियां:

nidhi kumari ने कहा…

wow very nice..happy new year2017
www.shayariimages2017.com

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

सुन्दर।

Sudha Devrani ने कहा…

बहुत सुन्दर....

Ravindra Singh Yadav ने कहा…

सटीक चिंतन। प्रेरक रचना।