कविता
शनिवार, 4 अक्तूबर 2008
ईसा और इंसा
ईसा ने बनाया इन्सा को
इन्सा ख़ुद ईसा बन बैठा
काश
इन्सा ईसा बनने की बजाय
महज
एक अच्छा इन्सान बन पाता
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