भारत हो या पाकिस्तान
सिंध हो या राजस्थान
सब कुछ एक सा ही लगता है
फर्क सिर्फ़ इतना है - -
यहां हिंदू ज़्यादा हैं और वहां मुस्लमान
पर
हैं तो ये भी इन्सान और वो भी इन्सान
यहाँ भी दीवाली और ईद पर है जश्न
वहां भी ईद और दीवाली जश्न ही जश्न
यहाँ भी पकते है पकवान
वहां भी पकते हैं पकवान
फिर क्यों हमारे लीडरान
हमें बाँट- बाँट कर करते हैं परेशान
यदि दोनों देशों में हो जाए शान्ति
पूरी दुनिया में हो जाए क्रांति
2 टिप्पणियां:
किशोर जी,बहुत सुन्दर कविता है।बधाई।
Dear Kishorebhai
Adab
Your kavita "Bharat Pakistan'is realy good.
Will you kindly permit me to reproduce it on my Urdu_Hindi blog:
www.bagewafa.wordpress.com
abhaidu@yahoo.com
sincerely Muhammedali Wafa
एक टिप्पणी भेजें