प्यार
अगर दुकानों में बिकता
प्यार
का
अगर मोल लगता
तो
प्यार प्यार
न
होता
व्यापार हो जाता
लेकिन
प्यार तो प्यार है
माता पिता का बच्चों से
बच्चों का माता पिता से
बहन का भाई से
पति का पत्नी से
मित्र का मित्र से
और
हर एक रिश्ते का दुसरे से
कितना अच्छा है
कि
प्यार का मोल नहीं लगता
प्यार दुकान में नहीं बिकता है
प्यार प्यार से मिलता है
जितना देंगे
उतना पाएंगे
प्यार ही प्यार बेशुमार
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