मंगलवार, 9 जुलाई 2013

प्यार

प्यार 
अगर दुकानों में बिकता 
प्यार 
का 
अगर मोल लगता 
तो 
प्यार प्यार 
न 
होता 
व्यापार  हो जाता
लेकिन 
प्यार तो प्यार है 
माता  पिता  का बच्चों  से
बच्चों का  माता पिता से 
बहन का भाई से 
पति का पत्नी से 
मित्र का मित्र से 
और 
हर एक रिश्ते का दुसरे से 
कितना अच्छा है 
कि 
प्यार का मोल नहीं लगता 
प्यार दुकान में नहीं बिकता है 
प्यार प्यार से मिलता है 
जितना देंगे 
उतना पाएंगे  
प्यार ही प्यार बेशुमार 

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