आपके अमूल्य जीवन का
" रिमोट"
किसी और के हाथ में क्यों होता है ?
वो
जब चाहे आपका चैनल बदल देता है
जब चाहे आपका "वोल्युम" घटा देता है
और
जब चाहे आपका " वोल्युम" बड़ा देता है
और तो और
जब वो चाहे आपको " म्युट" भी कर देता है
यदि आप अपना जीवन वास्तव में जीना चाहते है तो
अपने
" रिमोट" किसी के हाथ में न दे
और यदि दे दिया हो तो
जल्द से जल्द तोड़ दे
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